एमपी में खुलेंगे 11 नए केंद्रीय विद्यालय:भोपाल, उज्जैन में भी 1-1, केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दी; देश भर में खुलने हैं 85 नए KV
मध्यप्रदेश में 11 नए केंद्रीय विद्यालय खुलेंगे। केंद्र सरकार की आर्थिक मामलों की कमेटी ने इसे मंजूरी दी है। पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली इस कमेटी की मंजूरी के बाद सिविल और डिफेंस सेक्टर के तहत इन विद्यालयों की शुरुआत की जाएगी। केंद्र सरकार एक इनीशिएटिव के तौर पर देश भर में 85 नए केंद्रीय विद्यालय खोलने जा रही है। वर्तमान में मध्यप्रदेश में 112 केंद्रीय विद्यालय हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव और मध्यप्रदेश के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने राज्य को नए केवी मिलने पर पीएम मोदी का आभार जताया है। वीडी शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार का यह निर्णय ग्रामीण इलाकों के विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा देने में मददगार होगा। 2024 तक 200 नए केंद्रीय, नवोदय विद्यालय खोलने का था केंद्र का वादा देश भर में कुल 1255 केंद्रीय विद्यालय हैं। 2013 में केंद्रीय विद्यालयों की संख्या 1092 थी। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में 2024 तक 2024 तक 200 नए केंद्रीय, नवोदय विद्यालय खोलने का वादा किया था। एक RTI के जवाब में केंद्रीय विद्यालय के प्रशासन की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, 2015 से 2022 के बीच मोदी सरकार के आठ सालों में 159 नए केंद्रीय विद्यालय बनाए गए। वहीं अगस्त 2023 में संसदीय समिति की एक रिपोर्ट में कहा गया कि देश में 235 केंद्रीय विद्यालयों के पास स्थायी भवन नहीं हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, 235 केंद्रीय विद्यालयों में से 184 को जमीन आवंटित कर दी गई है। इनमें से 107 केंद्रीय विद्यालय निर्माणाधीन हैं, जबकि 77 में निर्माण कार्य अभी शुरू नहीं हुआ है। वहीं जवाहर नवोदय विद्यालय की वेबसाइट के अनुसार देश भर में 31 मार्च 2019 तक कुल स्वीकृत 661 नवोदय विद्यालय थे। 11 अक्टूबर 2019 को मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने 5 नए नवोदय विद्यालयों का उद्घाटन किया, 9 नए नवोदय विद्यालयों और 1 राष्ट्रीय नवोदय लीडरशिप इंस्टीट्यूट की आधारशिला रखी। 17 अक्टूबर 2019 को जवाहर नवोदय विद्यालय समिति की बैठक में रमेश पोखरियाल ने 45 और नए जवाहर नवोदय विद्यालय (JNV) खोले जाने पर सहमति जताई। फरवरी 2024 में PM मोदी ने मणिपुर के कांगपोकपी जिले में एक और नवोदय विद्यालय का उद्घाटन किया। कुल मिलकर नए केवी और नवोदय स्कूल खोलने का सरकार का वादा पूरा हुआ है। क्यों खास हैं केंद्रीय विद्यालय
केंद्रीय विद्यालयों का संचालन भारत सरकार के केंद्रीय विद्यालय संगठन करता है। इनकी शुरुआत 1963 में हुई थी। केंद्रीय विद्यालयों पर केंद्र सरकार के सीधे नियंत्रण के चलते यहां पढ़ाई का स्तर अच्छा माना जाता है। केंद्रीय विद्यालयों का नेटवर्क पूरे देश में है। कई दूसरे देशों में भी केंद्रीय विद्यालय खुले हुए हैं। सभी केंद्रीय विद्यालयों का सिलेबस और पढ़ाई एक जैसी होती है। लॉटरी सिस्टम के जरिए इन स्कूलों में बच्चों को एडमिशन मिलता है। केंद्र सरकार के कर्मचारियों के बच्चों को एडमिशन में प्राथमिकता दी जाती है। ये खबर भी पढ़ें… CBSE 9वीं,10वीं के लिए ला सकता है नया सब्जेक्ट स्ट्रक्चर: स्टूडेंट्स चुन सकेंगे बेसिक या एडवांस्ड ऑप्शन; 2026-27 में हो सकता है लागू सेंट्रल बोर्ड ऑफ एजुकेशन यानी CBSE ने क्लास 10वीं के स्टूडेंट्स के लिए मैथ्स (स्टैंडर्ड और बेसिक) के दो लेवल शुरू किए हैं। इससे स्टूडेंट्स के पास ऑप्शन है कि वो दोनों में से जो चाहें, वो सिलेक्ट कर सकते हैं। पूरी खबर पढ़िए…