एक कार में 5 लोगों की लाशें! शरीर पर एक भी चोट नहीं! सुनसान जगह पर शवों से भरी गाड़ी देखकर सहम गये लोग, जानें मौत की वजह
तमिलनाडु के पुदुकोट्टई जिले से एक चौंका देने वाली खटना सामने आयी है। जहां एक शांत जगह पर एक कार खड़ी थी और उसके अंदर पांच लोगों की लाशें पड़ी हुई थी। यह एक ही परिवार के लोग थे और लगता है इन सभी ने एक साथ दम तोड़ा था। मौके पर इस गाड़ी को जिसने देखा वह सहम गया। एक शख्स ने हिम्मत करके पुलिस को इन मौतों की जानकारी थी और सूनसान रोड़ पर खड़ी कार के बारे में बताया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने कार से पास जमा भीड़ को हटाया और लाशों को बरामद किया। क्राइम सीन पर किसी को आने की इजाजत नहीं थी। लाशों को पोसमार्टम के लिए भेजने के बाद पुलिस से अपनी जांच शुरू कर दी है। मौत का कारण पता लगाया जा रहा है।
इसे भी पढ़ें: BJP MCD में लोकतंत्र की हत्या कर रही, LG द्वारा देर रात MCD में मतदान कराने पर बोले Manish Sisodia
एक ही परिवार के 5 लोगों की लाश कार में मिली
पुलिस ने बताया कि तमिलनाडु के पुदुकोट्टई जिले में एक परिवार के पांच लोगों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली और उनके शव एक लावारिस कार में मिले। बुधवार सुबह कार त्रिची-कराईकुडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर खड़ी मिली। स्थानीय लोगों ने पिछली शाम से नमनसमुद्रन में एक ही स्थान पर कार खड़ी देखकर पुलिस को सूचना दी। मृतकों की पहचान 50 वर्षीय मणिगंदन, उनकी पत्नी नित्या (48), उनकी मां सरोजा (70), बेटी निहारिका (22) और बेटे धीरन (20) के रूप में हुई है। वह सलेम जिले के स्टेट बैंक कॉलोनी का निवासी था।
इसे भी पढ़ें: Ganesh Ji 108 Name: गणेश जी के 108 नामों का जप करने से जीवन में आती है सकारात्मकता, जानिए सभी का अर्थ
पुलिस को शक है कि परिवार ने कर्ज से मुक्ति पाने के लिए आत्महत्या की
स्थानीय लोगों ने सुबह 9 बजे इलानकुडीपट्टी में एक मठ के सामने खड़ी कार देखी और पुलिस को सूचना दी। पुदुकोट्टई जिले में नमनसमुद्रम स्टेशन पुलिस ने शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए पुदुकोट्टई सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया। प्रारंभिक जांच के अनुसार, संदेह है कि सभी ने जहर खाकर आत्महत्या की है। हालांकि, सामूहिक आत्महत्या का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है। धातु के कारोबार से जुड़े मणिगंदन ने हाल ही में कारोबार के लिए काफी कर्ज लिया था। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि कर्ज देने वालों या कारोबारी साझेदारों की ओर से उस पर कोई दबाव तो नहीं था।