एक्सटर्नल रिपोर्ट के बाद इंडसइंड बैंक का शेयर 5% चढ़ा:डेरिवेटिव पोर्टफोलियो का नुकसान अनुमान से कम, इसलिए शेयरों में तेजी
इंडसइंड बैंक के शेयरों में आज यानी, 16 अप्रैल को 5% से ज्यादा की तेजी है। ये करीब 40 रुपए चढ़कर 780 रुपए पर कारोबार कर रहा है। शेयरो में ये तेजी बैंक के डेरिवेटिव पोर्टफोलियो में अकाउंटिंग डिस्क्रिपेन्सी से जुड़ी एक्सटर्नल एजेंसी की रिपोर्ट के बाद आई है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि बैंक को 30 जून 2024 तक 1,979 करोड़ रुपए नुकसान हुआ है, जो अनुमान से कम है। बैंक ने बताया कि उसे यह रिपोर्ट 15 अप्रैल को मिली है। बैंक ने ये भी कहा कि वह इस प्रभाव को वित्त वर्ष 2024-25 की वित्तीय रिपोर्ट में दर्शाएगा। तीन सेगमेंट में पूरा मामला जानें: 1. बैकग्राउंड और डिस्क्लोजर 2. गड़बड़ी की वजह 3. मार्केट इम्पैक्ट और आरबीआई का रिस्पॉन्स तीसरी तिमाही में रेवेन्यू 8% बढ़ा, लेकिन मुनाफा 39% कम हुआ देश का पांचवां सबसे बड़ा प्राइवेट सेक्टर लेंडर इंडसइंड बैंक को वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में 1,402.33 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट हुआ। सालना आधार पर इसमें 39% की हुई है। एक साल पहले की समान तिमाही में बैंक को 2,301.49 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में बैंक ने 15,155.80 करोड़ रुपए की कमाई की। यह पिछले साल के ₹13,968.17 करोड़ के मुकाबले 8.50% ज्यादा रहा। बैंक ने बताया कि खर्चे में बढ़ोतरी के चलते कंपनी का मुनाफ कम हुआ है। डेरिवेटिव क्या है? डेरिवेटिव दो पार्टियों के बीच एक फाइनेंशियल कॉन्ट्रैक्ट्स होता है। जिसकी वैल्यू एसेट और बेंचमार्क के परफॉर्मेंस पर निर्भर करता है। ऑप्शन, स्वैप और फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट इसके उदाहरण हैं। इनका इस्तेमाल रिस्क हेजिंग या स्पेक्यूलेटिव जैसे काम के लिए किया जाता है।