एक्टिंग ने परिवार से दूर कर दिया:आमिर खान रोते हुए बोले, बच्चों का बचपन नहीं लौटेगा, अम्मी के साथ समय नहीं गुजारा, 30 साल वक्त नहीं दिया
साल 2022 में रिलीज हुई आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप रही थी। फिल्म फ्लॉप होने के बाद आमिर खान ने फिल्मों से ब्रेक लेने की अनाउंसमेंट की थी। हालांकि अब एक्टर ने खुलासा किया है कि फिल्म इंडस्ट्री से दूरी बनाने की वजह उनकी फिल्म फ्लॉप होना नहीं थी। बल्कि ये फैसला वो सालों पहले परिवार के लिए ले चुके थे। आमिर ने बताया है कि फिल्मों के जुनून के चलते उन्होंने अपने बच्चों को, मां को समय नहीं दिया। इस बात का उन्हें अफसोस भी है और गुस्सा भी। यही वजह है कि 56 साल की उम्र में उन्होंने फिल्में छोड़कर परिवार को वक्त देने का फैसला किया है। हाल ही में आमिर खान, एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती के पॉडकास्ट में पहुंचे थे। बातचीत में आमिर ने बताया है कि उन्होंने सालों पहले ही फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने का फैसला कर लिया था। उन्होंने कहा है, कोविड के टाइम पर हम सब घर पर थे। मुझे बहुत वक्त मिला बैठकर सोचने का। उससे पहले 30 सालों तक मैं बतौर एक्टर काम करता रहा। और इस फिल्म की दुनिया में मैं इतना खोया हुआ था कि मुझे कभी मौका मिला ही नहीं कि बैठकर सोचूं अपनी जिंदगी के बारे में। मैं 24 घंटे काम करता था। लोग पूछते थे आप 3 साल में एक फिल्म करते हैं, इतना क्या बिजी रहते हैं। लेकिन मैं वो 3 साल एक फिल्म में लगाता था। मैं एक फिल्म में इतना खो जाता था, जितना लोग 10 फिल्मों में नहीं खोते। मैं किसी दूसरी चीज के बारे में नहीं सोचता था। आयरा- जुनैद को मेरी जरुरत थी- आमिर आगे उन्होंने कहा, जो लोग मेरे आसपास के नजदीक के लोग हैं मैंने उन्हें 30 सालों से वक्त नहीं दिया। 3 हफ्ते नहीं, 3 महीने नहीं 30 साल। मेरी अम्मी, उनकी उम्र हो रही है। मुझे नहीं पता कितना समय है मेरे पास उनके साथ। वैसे तो जिंदगी का कुछ भरोसा नहीं होता, लेकिन वो एहसास मुझ में आया कि अम्मी के साथ मेरा टाइम कम है। आयरा, वो उस वक्त डिप्रेशन से स्ट्रगल कर रही थी। उसे उस वक्त मेरी जरुरत थी। जुनैद, अपना करियर शुरू कर रहा है। उसने अपनी जिंदगी अकेले मेरे बगैर जी है। वो अपनी जिंदगी का आखिरी बड़ा कदम उठाने वाला है फिल्मों में आकर। इस वक्त भी अगर मैं साथ नहीं रहूंगा, तो क्या रह जाएगा। आजाद 9 साल का है वो 2-3 साल में टीनएजर बन जाएगा। उसके 2-3 साल ही हैं, ये वक्त वापस नहीं आएगा। ऐसा नहीं है कि मेरे दिल में मेरे जज्बात उनके लिए स्ट्रॉन्ग नहीं हैं। जो मेरे आसपास के लोग हैं, वो मेरे साथ ही हैं। मुझे ऑडियंस को जीतना था। मैंने ऑडियंस को हंसाया है, उनका हाथ पकड़ा है। आमिर ने आगे कहा है, आयरा जब 4-5 साल की थी या जुनैद जब 5-6 साल का था, तो उनके मन में क्या उम्मीदें थीं, क्या डर था या उन्हें क्या परेशान करता था, मुझे कुछ नहीं पता था। लेकिन जो मेरे डायरेक्टर होते थे, मुझे उनके बारे में सब पता होता था। लेकिन मेरे बच्चों के दिल में क्या है, मैंने कभी जानने की कोशिश नहीं की। मुझे बहुत बुरा लगा। ये कहते ही आमिर खान रो पड़े। काफी देर तक अपने आंसुओं पर काबू पाने की कोशिश करने के बाद आमिर ने कहा, मुझे ये एहसास हुआ कि जो वक्त गुजर चुका है, वो वापस नहीं आएगा। आयरा-जुनैद का बचपन कभी वापस नहीं आएगा। पिछले 30 साल मैं जो अम्मी के साथ गुजार सकता था, वो अब दोबारा वापस नहीं आएगा। उन्होंने कभी कोई शिकायत नहीं की। उन्हें लगता था मैं अपने काम में खोया हुआ हूं। वो रियलाइजेशन मेरी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट था। फिर मैंने एक फैसला लिया कि जिस चीज ने मुझे मेरी फैमिली से दूर खींचा है, मैं उसे छोड़ दूंगा। मैंने सोचा कि मैं फिल्मों में काम नहीं करूंगा। न मैं एक्टिंग करूंगा, न डायरेक्शन करूंगा, न प्रोड्यूस करूंगा। आगे आमिर कहते हैं, मैं फिल्मों से हटना चाहता हूं। मुझे खुद पर अपने काम पर बहुत गुस्सा आया। क्योंकि यही वो चीज थी, जिसने मुझे परिवार से दूर खींचा है। तो मैंने डिसाइड कर लिया कि मैं लाल सिंह चड्ढा कंप्लीट करुंगा और फिर फिल्मों से हट जाउंगा। मुझे इस बात की खुशी थी कि मुझे 56 साल की उम्र में इसका एहसास हो गया। अगर 86 साल में होता तो कुछ नहीं होता। अब मुझे पूरा वक्त परिवार को देना है । बताते चलें कि लाल सिंह चड्ढा रिलीज के बाद आमिर खान ने फिल्मों से ब्रेक लेने की अनाउंसमेंट की थी। हालांकि अब एक्टर फिल्म सितारे जमीन पर से कमबैक करने वाले हैं।