इस हफ्ते बाजार में उतार-चढ़ाव का अनुमान:कंपनियों के Q3 के नतीजे, इन्फ्लेशन डेटा जैसे कई फैक्टर्स तय करेंगे बाजार की चाल
इस हफ्ते शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के अनुमान हैं। इस दौरान रिलायंस, इंफोसिस, HCL टेक, टेक महिंद्रा, विप्रो, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक जैसी कंपनियां वित्त वर्ष 2024-25 के तीसरी तिमाही के नतीजे जारी करेंगी। बीते हफ्ते मार्केट में तेज गिरावट के बाद 13 जनवरी से शुरू होने वाले सप्ताह में बाजार में मजबूती की उम्मीद है लेकिन कंपनियों की अर्निंग डेटा, अमेरिका और यूरोप के मंथली इन्फ्लेशन के डेटा, चीन के तिमाही ग्रोथ के डेटा और क्रूड ऑयल की कीमतों की घोषणा जैसे कई फैक्टर्स बाजार की चाल तय करेंगे। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर के अनुसार, इस हफ्ते बाजार में उतार-चढ़ाव बने रहने की उम्मीद है। क्योंकि अर्निंग, मैक्रोइकोनॉमि डेटा और ग्लोबल संकेतों पर निवेशकों के रिएक्शन पर नजर रहेगी। ग्लोबल फ्रंट पर, अमेरिकी इकोनॉमी में लेबर मार्केट डेटा और इन्फ्लेशन ट्रेंड से FII फ्लो पर असर पड़ सकता है। जबकि कच्चे तेल की कीमतों में उछाल इन्फ्लेशन के दबाव को बढ़ाएगा। 5 फैक्टर्स जिनसे इस हफ्ते बाजार की चाल तय होगी… 1. तीसरी तिमाही के नतीजे: इस हफ्ते आने वाले कॉर्पोरेट अर्निंग पर भी मार्केट का फोकस रहेगा। रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस, HCL टेक, टेक महिंद्रा, विप्रो, कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक जैसी कंपनियां अपने नतीजे जारी करेंगी। निफ्टी 50 में इनका 30% से ज्यादा वेटेज है। ये नतीजे बाजार की चाल प्रभावित करेंगी। TCS से तिमाही नतीजों की शुरुआत अच्छी हुई है। 2. रिटेल महंगाई के आंकड़े: 13 जनवरी को आने वाले दिसंबर के रिटेल महंगाई के आंकड़ों पर भी बाजार की नजर रहेगी। नवंबर महीने में रिटेल महंगाई घटकर 5.48% पर रही। अक्टूबर के मुकाबले ये 0.73% कम थी। अक्टूबर में खाने-पीने की चीजें महंगी होने से रिटेल महंगाई 6.21% पर पहुंच गई थी। नवंबर में खाने-पीने की चीजों के दाम कम होने से महंगाई घट गई। महंगाई के बास्केट में लगभग 50% योगदान खाने-पीने की चीजों का होता है। दिसंबर में इसके 5.3% पर आने की उम्मीद है। इसके अलावा, इस हफ्ते 15 जनवरी को बैलेंस ऑफ ट्रे़ड का डेटा और फॉरेक्स डेटा 17 जनवरी को जारी होगा। बाजार की दिशा तय करने में ये भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। 3. अमेरिका के इन्फ्लेशन के आंकड़े: अमेरिका के मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी होंगी। पिछले सप्ताह अमेरिका में नौकरियों के मजबूत आंकड़ों ने आगामी पॉलिसी मीटिंग में ब्याज दर साइकल में ठहराव का संकेत दिया है। अर्थशास्त्रियों को दिसंबर में मुद्रास्फीति के आंकड़ों में मामूली बढ़ोतरी दिखाई दे रही है, जो पिछले महीने 2.7% थी, जबकि कोर इन्फ्लेशन रेट 3.3% पर स्थिर रहने की उम्मीद है। इसके अलावा, दिसंबर के लिए PPI, रिटेल सेल, हाउसिंग स्टार्ट्स और इंडस्ट्रियल प्रोड्कशन के नंबर और विकली जॉब डेटा पर भी नजर रहेगी। 4. चीन की GDP और अन्य ग्लोबल इकोनॉमिक डेटा: अक्टूबर-दिसंबर 2024 तिमाही के लिए चीन के GDP के नंबर पर भी बाजार की नजर रहेगी। इसको लेकर एनालिस्ट का मानना है कि यह लगभग 5% रहने की संभावना है। पिछली तिमाही में यह 4.6% थी, जो पिछले वित्त वर्ष के दूसरी तिमाही (Q2-2024) में 4.7% से गिरकर 4.6% हो गई। इसके अलावा, यूरोप और UK से मुद्रास्फीति के आंकड़े और चीन से व्हीकल और रिटेल सेल के आंकड़ों पर भी बाजार की नजर रहेगी। 5. FII’s और DII’s: इसके अलावा, इंस्टीट्यूशनल एक्टिविटी पर भी फोकस रहेगी। क्योंकि फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स (FII) पिछले सप्ताह खूब बिकवाली की है। इस महीने अब तक की बात करें तो बाजार से टोटल आउटफ्लो 21,357 करोड़ रुपए रहा है। हालांकि, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने फॉरेन आउटफ्लो को पूरी तरह से कॉम्पन्सेट किया। पिछले सप्ताह DII ने 21,683 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे और जनवरी में अब तक 24,216 करोड़ रुपए खरीदे। DII बाजार में गिरावट की स्थिति में खरीदारी कर रहे है। बीते हफ्ते 1845 अंक गिरा था शेयर बाजार हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार (10 जनवरी) को सेंसेक्स 241 अंक गिरकर 77,378 पर बंद हुआ। निफ्टी में भी 95 अंक की गिरावट रही, ये 23,431 के स्तर पर बंद हुआ। BSE स्मॉलकैप 1298 अंक की गिरावट के साथ 52,722 के स्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 22 में गिरावट और 8 में तेजी रही। निफ्टी के 50 शेयरों में से 36 में गिरावट और 14 में तेजी रही। जबकि एक शेयर बिना किसी बदलाव के बंद हुआ। NSE सेक्टोरल इंडेक्स में IT सेक्टर में 3.44%की रही। इसके अलावा सभी सेक्टर गिरावट के साथ बंद हुए। मीडिया सेक्टर सबसे ज्यादा 3.59 % गिरा। वहीं, हफ्तेभर के कारोबार के बाद शेयर बाजार 1845 अंक गिरा है।