इन्वेंटुरस नॉलेज सॉल्यूशंस का IPO आज ओपन होगा:16 दिसंबर तक बोली लगा सकेंगे निवेशक, मिनिमम इन्वेस्टमेंट ₹14,619
इन्वेंटुरस नॉलेज सॉल्यूशंस लिमिटेड का इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO आज ओपन होगा। निवेशक इस इश्यू के लिए 16 दिसंबर तक बिडिंग कर सकेंगे। 19 दिसंबर को कंपनी के शेयर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्ट होंगे। इस इश्यू के जरिए कंपनी ₹2,497.92 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है। इसके लिए कंपनी के मौजूदा निवेशक पूरे ₹2,497.92 करोड़ के 18,795,510 शेयर बेच रहे हैं। इन्वेंटुरस नॉलेज सॉल्यूशंस IPO के लिए एक भी फ्रेश शेयर इश्यू नहीं कर रही है। अगर आप भी इसमें पैसा लगाने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता रहे हैं कि आप इसमें कितना निवेश कर सकते हैं। मिनिमम और मैक्सिमम कितना पैसा लगा सकते हैं? इन्वेंटुरस नॉलेज सॉल्यूशंस ने IPO का प्राइस बैंड ₹1265-₹1329 तय किया है। रिटेल निवेशक मिनिमम एक लॉट यानी 11 शेयर्स के लिए बिडिंग कर सकते हैं। यदि आप IPO के अपर प्राइज बैंड ₹1329 के हिसाब से 1 लॉट के लिए अप्लाय करते हैं, तो इसके लिए ₹14,619 इन्वेस्ट करने होंगे। वहीं, मैक्सिमम 13 लॉट यानी 143 शेयर्स के लिए रिटेल निवेशक अप्लाय कर सकते हैं। इसके लिए निवेशकों को अपर प्राइज बैंड के हिसाब से ₹190,047 इन्वेस्ट करने होंगे। इश्यू का 10% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स के लिए रिजर्व कंपनी ने इश्यू का 75% हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए रिजर्व रखा है। इसके अलावा 10% हिस्सा रिटेल इनवेस्टर्स और बाकी का 15% हिस्सा नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) के लिए रिजर्व है। 2006 में स्थापित हुई थी इन्वेंटुरस नॉलेज सॉल्यूशंस इन्वेंटुरस नॉलेज सॉल्यूशंस लिमिटेड (IKS हेल्थ) साल 2006 में स्थापित हुई थी। कंपनी हेल्थकेयर इंटरप्राइजेज को प्रशासनिक काम संभालने की सर्विस प्रोवाइड करती है। इन्वेंटुरस नॉलेज सॉल्यूशंस डॉक्टर्स और अन्य हेल्थ सर्विस प्रोवाइडर्स को उनके कागजी काम और प्रशासनिक कामों को संभालने में मदद करती है। इसके साथ ही IKS हेल्थ क्लिनिकल सपोर्ट, मेडिकल डॉक्यूमेंटेशन मैनेजमेंट और वर्चुअल मेडिकल स्क्राइबिंग के साथ ही कई अन्य सर्विस भी प्रोवाइड करती है। IPO क्या होता है? जब कोई कंपनी पहली बार अपने शेयर्स को आम लोगों के लिए जारी करती है तो इसे इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग यानी IPO कहते हैं। कंपनी को कारोबार बढ़ाने के लिए पैसे की जरूरत होती है। ऐसे में कंपनी बाजार से कर्ज लेने के बजाय कुछ शेयर पब्लिक को बेचकर या नए शेयर इश्यू करके पैसा जुटाती है। इसी के लिए कंपनी IPO लाती है।