Monday, July 21, 2025
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इजराइल ने यमन के 2 बंदरगाहों पर हमला किया:इजराइली विदेश मंत्री बोले- हमला नहीं रोका तो नसरल्लाह जैसा हाल करेंगे

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इजराइल ने यमन के होदेइदाह और सालिफ पोर्ट पर शुक्रवार को हवाई हमले किए। इजराइली सेना ने कहा कि इनका इस्तेमाल हथियार लाने और ले जाने के लिए हो रहा था। यमन में हूती समर्थक टीवी चैनल अल मसीराह ने इन हमलों की पुष्टि की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इजराइली सेना ने इन दोनों बंदरगाहों पर 30 से ज्यादा बम गिराए। इसमें 1 व्यक्ति की मौत हुई है और 9 घायल हुए। हमले के बाद इजराइल ने कहा है हूती विद्रोही अगर हमले नहीं रोकते तो उनका हाल हमास और हिजबुल्लाह नेताओं जैसा होगा। इजराइल ने पिछले साल मोहम्मद देइफ, याह्या सिनवार और हसन नसरल्लाह की हत्या कर दी थी। पीएम नेतन्याहू बोले- हूती सिर्फ मोहरा, इनके पीछे ईरान
इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने इस कार्रवाई की सराहना की है। उन्होंने कहा कि हमारे पायलटों ने हूती आतंकियों के दो ठिकानों पर सफल हमला किया है। हम हूतियों को और नुकसान पहुंचाएंगे। नेतन्याहू ने यह भी कहा कि हूतियों के पीछे ईरान हैं। हूती सिर्फ एक मोहरा हैं। उनके पीछे जो ताकत है, जो उन्हें समर्थन देती है और निर्देश देती है, वो ईरान है। काट्ज बोले- हूती का नसरल्लाह जैसा हाल होगा
इजराइली रक्ष मंत्री इजराइल काट्ज ने कहा कि अगर हूती विद्रोही इजराइल पर मिसाइल हमले जारी रखते हैं तो उन्हें और उनके नेताओं को गंभीर खामियाजा भुगतना होगा। उन्होंने कहा कि इजराइली सेना ने हमास के मोहम्मद देइफ, याह्या सिनवार और हसन नसरल्लाह का जैसा हाल किया था, ठीक वैसे ही यमन में अब्दुल मलिक अल-हूती का किया जाएगा। हूती विद्रोहियों ने अक्टूबर 2023 में गाजा पर इजराइल के हमले के बाद फिलिस्तीनियों के समर्थन किया था। वे इजराइल और रेड सी में इजराइल समर्थक देशों के जहाजों पर हमले कर रहे थे। ट्रम्प ने हूती विद्रोहियों से समझौता किया अमेरिका में ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद हूती विद्रोहियों के खिलाफ ऑपरेशन ‘रफ राइडर’ की शुरुआत की गई थी। इसमें अमेरिकी सेनाओं ने मिसाइल और ड्रोन से 1000 से ज्यादा हूती ठिकानों पर हमले किए। इनमें सैकड़ों हूती लड़ाके और कई बड़े हूती नेता मारे गए थे, जिनमें मिसाइल और ड्रोन प्रोग्राम्स के सीनियर लीडर्स भी शामिल थे।इसके बाद इस साल 6 मई को अमेरिका और हूती विद्रोहियों के बीच समझौता हुआ, जिसमें दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमला न करने की सहमति जताई है। हालांकि हूती विद्रोहियों ने साफ कर दिया है कि वे इजराइल के खिलाफ हमले जारी रखेंगे।

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