इजराइल की बेरूत पर एयरस्ट्राइक, 22 की मौत:UN की इमारत पर भी हमला; सऊदी-कतर बोले- ईरान पर अटैक के लिए एयरस्पेस नहीं खोलेंगे
इजराइल ने गुरुवार को लेबनान की राजधानी बेरूत में एक इमारत पर हवाई हमले किए। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि हमले में 22 लोगों की मौत हो गई, जबकि 177 लोग घायल हुए हैं। इजराइल ने हमले पर फिलहाल कोई बयान जारी नहीं किया है। टाइम्स ऑफ इजराइल के मुताबिक, हमले में हिजबुल्लाह के सीनियर सदस्य और कोऑर्डिनेशन यूनिट के चीफ वाफीक साफा को टारगेट किया गया था। हालांकि, हमलों के बीच वह भागने में कामयाब रहा। यह सेंट्रल बेरूत में इजराइल की अब तक की सबसे बड़ी एयरस्ट्राइक रही है। इस हमले से कुछ घंटे पहले दक्षिणी लेबनान में इजराइली टैंकों ने UN की एक इमारत पर अटैक किया। इस हमले में UN पीसकीपिंग फोर्स (UNIFIL) के 2 सदस्य घायल हो गए। ये दोनों इंडोनेशिया के नागरिक हैं। 1978 से लेबनान में तैनात UNIFIL के सदस्य यहां खतरों की निगरानी करने और जरूरत पड़ने पर लोगों को मानवीय सहायता पहुंचाने का काम करते हैं। UN बोला- 24 घंटे में हमारे कई बेस पर हमले हुए
UN ने कहा है कि इजराइल ने पिछले 24 घंटों में लगातार उनके बेस को निशाना बनाया गया है। इजराइली सैनिकों ने जानबूझकर UNIFIL के 2 और बेस पर कैमरा और लाइट्स पर गोलियां चलाईं। वहीं इजराइली सेना ने कहा है कि टैंक से हमला करने से पहले उन्होंने UN पीसकीपिंग सदस्यों को सुरक्षित स्थान पर जाने की वॉर्निंग दी थी। UN पीस मिशन की टीम पर हमले के बाद इटली, फ्रांस और इंडोनेशिया जैसे कई देशों ने इजराइल से जवाब मांगा है। इससे पहले सितंबर में भी इजराइल ने UN पीसकीपर्स को दक्षिणी लेबनान से हटने को कहा था। हालांकि, उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया था। इस समय संयुक्त राष्ट्र के पीस मिशन में 48 देशों के लगभग 10,500 पीसकीपर्स हैं। भारत के भी 900 पीसकीपर्स दक्षिणी लेबनान के इजराइल सीमा के पास तैनात है। ईरानी तेल भंडार पर हमला रोकने के लिए अमेरिका पर दबाव बना रहे सऊदी-कतर
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सऊदी अरब, कतर और UAE जैसे कई खाड़ी देश ईरान के तेल भंडारों पर इजराइली हमला रोकने के लिए अमेरिका पर दबाव बना रहे हैं। इन देशों ने कहा है कि वे ईरान पर हमले के लिए इजराइल को अपना एयरस्पेस इस्तेमाल नहीं करने देंगे। दरअसल, इजराइली PM नेतन्याहू ने गुरुवार को देश की सिक्योरिटी कैबिनेट के साथ एक मीटिंग की थी। CNN ने दावा किया था कि नेतन्याहू ने यह बैठक ईरान पर हमले के प्लान को फाइनल करने के लिए की थी। इससे पहले इजराइल PM ने ईरान पर पलटवार के लिए 9 अक्टूबर को अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन से भी फोन पर बात की थी। इस दौरान बाइडेन ने दोहराया कि इजराइल को अपनी सुरक्षा का पूरा अधिकार है। इससे एक दिन पहले बाइडेन ने कहा था कि इजराइल को ईरान के तेल और परमाणु ठिकानों पर हमला करने से बचना चाहिए। ————————————————- जंग के बीच लेबनान से भास्कर की ग्राउंड रिपोर्ट भी पढ़ें… इजराइल जहां मिसाइलें बरसा रहा, वहीं भारतीय आबादी:लोग बोले- 44 साल से युद्ध देख रहे, अब सब बेचकर भारत चले जाएंगे लेबनान में करीब तीन हजार भारतीय हैं। इजराइल ने लेबनान पर हमले शुरू किए, तो ये लोग भी उसकी जद में आ गए। इनमें से कई तो अब भारत लौटने के बारे में सोच रहे हैं। जंग की कवरेज के दौरान दैनिक भास्कर बेरूत में रह रहे भारतीयों से मिला। उनसे लेबनान आने से लेकर मौजूदा हालात पर बात की। पूरी खबर पढ़ें…