Wednesday, July 9, 2025
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इजराइल का यमन में हूती लड़ाकों के पोर्ट पर हमला:कहा- हम पर जो हाथ उठेगा, काट देंगे; इजराइल-हमास कतर में सीजफायर वार्ता करेंगे

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इजराइल और हमास के बीच कतर में सोमवार को शांति वार्ता से पहले इजराइली सेना ने यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों को निशाना बनाया। सोमवार तड़के इजराइली सेना के लड़ाकू विमानों ने यमन में हुदैदा, रास ईसा और सलीफ में हूतियों के कंट्रोल वाले बंदरगाहों के अलावा रास कनेटिब स्थित एक पावर प्लांट को निशाना बनाया। इजराइली रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि इन ठिकानों का इस्तेमाल हूती ईरान से हथियारों की तस्करी और इजराइल व उसके सहयोगी देशों पर हमलों के लिए करते हैं। इजराइली अधिकारियों ने यह भी दावा किया कि यमन में इस हमले का एक मकसद हूती सैन्य प्रमुख मुहम्मद अल-गमारी भी था। इजराइली हमले के जवाब में हूतियों ने भी मिसाइलें और ड्रोन दागे। इजराइल बोला- ईरान और यमन से एक जैसा सुलूक करेंगे इन हमलों के बाद हूती सैन्य प्रवक्ता यह्या सरी ने कहा कि उनके बलों ने इजराइल के बेन गुरियन एयरपोर्ट, अश्दोद और एलात पोर्ट तथा अश्केलोन के पावर स्टेशन पर मिसाइल हमले किए गए। इसी बीच, इजराइल के रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने इस कार्रवाई को जायज ठहराते हुए कहा- ‘ईरान के लिए जो सही है, वही यमन के लिए भी लागू होगा। जो कोई इजराइल पर हाथ उठाएगा, उसका हाथ काट दिया जाएगा। हूती अपनी हरकतों की कीमत चुकाते रहेंगे।’ नेतन्याहू सीजफायर वार्ता से पहले अमेरिका पहुंचे दूसरी तरफ इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू हमास के साथ सीजफायर प्रस्ताव पर चर्चा के लिए अमेरिका पहुंचे। यहां उन्होंने ट्रम्प के साथ वार्ता की। कतर ने इजराइल और हमास के बीच सीजफायर का प्रस्ताव दिया है। ट्रम्प जल्द से जल्द सीजफायर समझौते की घोषणा करना चाहते हैं, लेकिन आखिरी फैसला नेतन्याहू के हाथ में है। सीजफायर प्रस्ताव के मुख्य पॉइंट– सीजफायर वार्ता से पहले भी इजराइल ने गाजा में हमले किए हमास ने सीजफायर को लेकर स्थायी युद्धविराम और यूएन की निगरानी में सहायता वितरण की मांग की है। हालांकि इजराइल ने शर्तों को ठुकरा दी है, पर बातचीत के लिए अपना डेलिगेशन कतर भेज दिया है। सीजफायर वार्ता और नेतन्याहू की अमेरिका यात्रा के बीच गाजा में भी इजराइली सेना के ताबड़तोड़ हमले जारी है। पिछले 24 घंटे में कुल 80 लोग मारे गए और 304 घायल हुए। इजराइल पहले भी संघर्षविराम के दिन हमले कर चुका है यह पहली बार नहीं है जब इजराइल ने सीजफायर के दिन हमले किए हो। वह पहले भी ऐसा कर चुका है। लेबनान: 27 नवंबर 2024 को इजराइल और हिजबुल्ला के बीच सालभर चले संघर्ष के बाद आधिकारिक युद्धविराम घोषित हुआ था। लेकिन इसी दिन इजराइली वायुसेना ने दक्षिणी लेबनान और बेका घाटी में हिजबुल्ला के ठिकानों पर हवाई हमले किए। इजराइली सेना ने दावा किया कि यह हमला हथियार भंडारण और रॉकेट लॉन्च साइट्स पर किया गया था। गाजा: इजराइल–हमास युद्धविराम लागू होने के दिन इजराइल ने 19 जनवरी 2025 को गाजा में हमला किया था। इसमें 36 फिलिस्तीनी मारे गए। ईरान: 24 जून 2025 को ट्रम्प की मध्यस्थता में इजराइल-ईरान के बीच 12‑दिन के युद्धविराम लागू हुआ। लेकिन वार्ता के कुछ घंटे बाद इजराइल ने ईरानी रडार सिस्टम पर स्ट्राइक की। 21 महीने की जंग में 56 हजार फिलिस्तीनियों की मौत हमास-इजराइल के बीच 21 महीने से संघर्ष जारी है। हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हमला कर दिया था। इजराइली आंकड़ों के अनुसार, इस हमले में 1,200 लोग मारे गए और 251 बंधक बनाए गए थे। हमास ने यह हमला इजराइल के कब्जे, गाजा की नाकेबंदी और हजारों फिलिस्तीनी की रिहाई की मांग के लिए किया था। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि 7 अक्टूबर के बाद इजराइल के सैन्य हमले में 56 हजार से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं। गाजा में जंग के बीच 5 लाख लोगों पर भुखमरी का संकट पैदा हो गया है। गाजा के हालात पर 12 मई को संयुक्त राष्ट्र ने एक रिपोर्ट पेश की थी। इसके मुताबिक अगर इजराइल पाबंदियां नहीं हटाता है तो गाजा में हर 5 में से 1 व्यक्ति भुखमरी की चपेट में आ सकता था। साथ ही 21 लाख लोगों को अकाल का सामना भी करना पड़ सकता था।

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