Chikungunya Treatment: आईआईटी रुड़की के वैज्ञानिकों ने अपनी स्टडी में पाया है कि चिकनगुनिया वायरस को एक दवा से आसानी से रिप्लिकेट होने से रोका जा सकता है. यह दवा एचआईवी के लिए पहले से बनी हुई है. चूहों पर इसका शानदार रिजल्ट आया है. जल्द ही इंसानों पर इसका ट्रायल किया जाएगा.