अमेरिका में भारतीय महिला पर चोरी का आरोप, VIDEO:सुपरमार्केट में 7 घंटे बिताए, बिना पेमेंट ₹1 लाख का सामान लेकर निकल रही थी
अमेरिका के इलिनॉय में एक भारतीय महिला पर सुपरमार्केट टारगेट स्टोर से 1 लाख से ज्यादा का सामान चोरी करने का आरोप लगा है। पुलिस के अनुसार, महिला ने स्टोर में सात घंटे बिताए और बिना भुगतान किए सामान के साथ बाहर निकलने की कोशिश की। यह घटना 1 मई, 2025 को हुई थी। अब सोशल मीडिया पर इसका एक वीडियो वायरल हो रहा है। जहां महिला का नाम अनाया अवलानी बताया जा रहा है। स्टोर के कर्मचारियों को उसका व्यवहार संदिग्ध लगा, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को बुलाया। वीडियो में स्टोर कर्मचारी ने कहा, “हमने इस महिला को सात घंटे तक स्टोर में इधर-उधर घूमते देखा। वह सामान उठा रही थी, फोन चेक कर रही थी और फिर बिना भुगतान किए स्टोर से बाहर जाने की कोशिश की।” पकड़े जाने पर बोली- इस देश की नहीं हूं माफ कर दो
पुलिस के मौके पर पहुंचने के बाद महिला को रोका गया। पूछताछ में महिला ने अपना पक्ष रखते हुए कहा, “अगर मैंने कोई परेशानी दी हो तो माफ कीजिए। मैं इस देश की नहीं हूं और मुझे यहां रुकना भी नहीं है। मैं सारे सामान का भुगतान करने को तैयार हूं।” इस पर एक महिला पुलिस अधिकारी ने सख्त लहजे में जवाब दिया, “क्या भारत में चोरी की अनुमति है? मुझे ऐसा नहीं लगता।” इसके बाद पुलिस ने बिल जांच की तो पाया कि महिला ने सच में पेमेंट नहीं किया था। इसके आधार पर उसे वहीं हथकड़ी पहनाई गई और पुलिस स्टेशन ले जाया गया। वहाँ औपचारिक प्रक्रिया शुरू की गई। महिला पर फेलोनी यानी गंभीर अपराध के तहत केस दर्ज किया जा रहा है। हालांकि अभी तक औपचारिक गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन पुलिस सूत्रों का कहना है कि जल्द ही उस पर आरोप तय किए जाएंगे। हालांकि, उसे अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है, लेकिन गंभीर अपराध के आरोप लगने की संभावना है। लोग बोले- भारत को बदनाम मत करो
सोशल मीडिया पर लोगों ने इस घटना पर महिला की आलोचना की। एक यूजर ने लिखा- मुझे समझ नहीं आता कि कोई मेहमान बनकर इस देश के कानून तोड़ने की हिम्मत कैसे कर सकता है। एक दूसरे यूजर ने कहा- यहां कोई सांस्कृतिक या भाषाई दिक्कत नहीं थी। उसे पता था कि वह क्या कर रही है। तीसरे यूजर ने लिखा- भारत को वैश्विक मंच पर बदनाम मत करें। हाल ही में, टेक्सास में भी एक भारतीय छात्र पर भी चोरी का आरोप लगा था। बता दें कि चोरी के आरोपों का असर देश में निवास पर पड़ सकता है, जिसमें एच-1बी वीजा, ग्रीन कार्ड आवेदन, और यहां तक कि वापस भेजने जैसी गंभीर नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं।