अमृतसर पुलिस ने इंटरनेशनल ड्रग नेटवर्क पकड़ा:सरहद पार से आई 60 करोड़ से ज्यादा की ड्रग्स; बाप-बेटी चला रहे नेटवर्क
अमृतसर कमिश्नरेट पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए सीमा पार से आई 60 करोड़ से ज्यादा की ड्रग्स और हथियारों की तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस अभियान के दौरान एक महिला सहित 3 तस्करों को गिरफ्तार कर बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थ और हथियार जब्त किए हैं। पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 8.275 किलोग्राम हेरोइन, 6 किलोग्राम अफीम, 13.1 किलोग्राम रसायन (ड्रग्स उत्पादन में इस्तेमाल होने वाला पदार्थ), 4 पिस्तौल और 17 जिंदा कारतूस बरामद किए। यह बरामदगी न केवल मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि इसके साथ जुड़े हथियारों के कार्टेल पर भी कड़ी चोट है। गिरफ्तार व्यक्तियों की पहचान आदित्य प्रताप उर्फ काका (23), निवासी भल्ला कॉलोनी छेहर्टा, अमृतसर, और शंभू कबीर (35), निवासी प्रेम नगर, कोट खालसा, अमृतसर के रूप में हुई है। वहीं, एक युवती भी पकड़ी गई है, जो इस गैंग के सरगना की बेटी है। जाने कैसे पकड़ा गया गैंग
पुलिस कमिश्नर अमृतसर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि आदित्य उर्फ काका के हथियारों की तस्करी में शामिल होने संबंधी भरोसे योग सूत्रों पर कार्रवाई करते हुए थाना इस्लामाबाद की पुलिस टीमों ने जाल बिछा कर उसको कोट खालसा, अमृतसर के प्रेम नगर रोड स्थित एक बंद भट्ठे से काबू किया। उसके पास से दो पिस्टल (.32 बोर और .30 बोर) और 13 जिंदा कारतूस बरामद हुए। उन्होंने बताया कि इस मामले की आगामी जांच के दौरान आरोपी शंभू कबीर का नाम सामने आया। पुलिस ने उसे नामजद कर तुरंत गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई शुरू की। शंभू कबीर को गुरु की वडाली रोड स्थित पुराने गैस गोदाम से गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर 275 ग्राम हेरोइन, 11.1 किलोग्राम हेरोइन बनाने में उपयोग होने वाला केमिकल और .32 बोर की एक पिस्टल बरामद हुई। सीपी ने आगे बताया कि आदित्य उर्फ काका की निशानदेही पर 5 किलो और 3 किलो हेरोइन के दो पार्सल, 2 किलो केमिकल 6 किलो अफीम और 9 एमएम ग्लॉक पिस्टल सहित एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां और बरामदगी होने की उम्मीद है। मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। यह मामला थाना इस्लामाबाद में दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, ताकि इसके पीछे की पूरी साजिश का खुलासा किया जा सके। जांच का मुख्य फोकस पिछले कनेक्शन का पता लगाना कि मादक पदार्थ और हथियार कहां से आए और इसे संचालित करने वाले लोग कौन हैं। आगे के कनेक्शन से पता लगाना कि यह खेप कहां भेजी जानी थी और इसमें शामिल अंतरराष्ट्रीय तस्करी नेटवर्क कौन-कौन से हैं। सरहदी इलाकों में बढ़ी तस्करी
अमृतसर पुलिस कमिश्नरेट के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस ऑपरेशन को ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता बताया। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई से न केवल पंजाब में नशे के कारोबार पर चोट पहुंचेगी, बल्कि सीमा पार से जुड़े नेटवर्क को भी कमजोर किया जा सकेगा। यह कार्रवाई इस बात को भी उजागर करती है कि पंजाब के सीमावर्ती इलाकों में नशे और हथियारों की तस्करी कितनी गंभीर समस्या बन गई है।