अडाणी परिवार की संपत्ति एक साल में 95% बढ़ी:₹11.62 लाख करोड़ वेल्थ के साथ भारत की सबसे अमीर फैमिली, अंबानी परिवार को पीछे छोड़ा
अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी और उनके परिवार की कुल संपत्ति एक साल में 95% बढ़कर 11.62 लाख करोड़ रुपए हो गई है। अडाणी परिवार ने अपनी टोटल वेल्थ में पिछले एक साल में 5,65,503 करोड़ रुपए जोड़े हैं। इसके साथ ही अडाणी फैमिली ने रिलायंस के मालिक मुकेश अंबानी परिवार को पीछे छोड़कर देश की सबसे धनवान फैमिली बन गई है। अंबानी परिवार की संपत्ति 10.15 लाख करोड़ रुपए है। एक साल में इसमें 25% की बढ़ोतरी हुई है। यह जानकारी ‘हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2024’ की रिपोर्ट में सामने आई है। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘हिंडनबर्ग के आरोपों के बाद फीनिक्स की तरह बढ़ते हुए, गौतम अडानी एंड फैमिली ने पिछले साल की तुलना में संपत्ति में 95% की ग्रोथ के साथ इस साल की रैंकिंग में टॉप पोजिशन हासिल किया है।’ HCL के मालिक शिव नाडार एंड फैमिली 3.14 लाख करोड़ रुपए और सीरम इंस्टीट्यूट के मालिक साइरस एस. पूनावाला एंड फैमिली 2.90 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति के साथ लिस्ट में तीसरे और चौथे नंबर पर हैं। भारत में 334 अरबपति, एवरेज वेल्थ 25% बढ़ी
रिपोर्ट के मुताबिक भारत में अरबपतियों की संख्या बढ़कर अब 334 तक पहुंच गई है। 13 साल पहले हुरुन लिस्ट की शुरुआत से अब तक इसमें छह गुना बढ़ोतरी हुई है। क्यूमुलेटिव वेल्थ में 46% की बढ़ोतरी हुई है, जबकि एवरेज वेल्थ में 25% की बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक 1,334 व्यक्तियों की संपत्ति या तो बढ़ी या स्टेबल रही; इनमें से 272 नए चेहरे हैं, जबकि 205 की संपत्ति में गिरावट आई और 45 लोग ड्रॉपआउट हुए। 2024 में भारत में 334 अरबपति हैं, जो पिछले साल की तुलना में 75 ज्यादा हैं। इस लिस्ट में 142 नए बिलेनियर शामिल हुए हैं, जो रियल एस्टेट, इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन बिजनेस से जुड़े हैं। इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन अभी भी नंबर एक पर है। सूची में इस लिस्ट में सबसे कम उम्र का व्यक्ति 21 वर्ष का है। देश के सबसे बड़े प्राइवेट पोर्ट के मालिक हैं अडाणी
गौतम अडाणी की अगुआई वाला अहमदाबाद का अडाणी ग्रुप इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में प्रमुख रूप से काम करता है। यह देश के सबसे बड़े प्राइवेट पोर्ट का मालिक है और ग्लोबल कोल ट्रेडिंग में इसकी प्रमुख भूमिका है। गौतम अडाणी के ग्रुप की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज है। अडाणी ग्रुप पर लगाए थे मनी लॉन्ड्रिंग, शेयर मैनिपुलेशन जैसे आरोप
24 जनवरी 2023 को हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडाणी ग्रुप को लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की थी। रिपोर्ट के बाद ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली थी। हालांकि, बाद में इसमें रिकवरी आई। इस रिपोर्ट को लेकर भारतीय शेयर बाजार रेगुलेटर सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने हिंडनबर्ग को 46 पेज का कारण बताओ नोटिस भी भेजा था। 1 जुलाई 2024 को पब्लिश किए अपने एक ब्लॉग पोस्ट में हिंडनबर्ग रिसर्च ने कहा कि नोटिस में बताया गया है कि उसने नियमों उल्लंघन किया है। कंपनी ने कहा, SEBI ने आरोप लगाया है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में पाठकों को गुमराह करने के लिए कुछ गलत बयान शामिल हैं। इसका जवाब देते हुए हिंडनबर्ग ने SEBI पर ही कई तरह के आरोप लगाए थे। ये खबर भी पढ़ें… हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट, सेबी चीफ पर आरोप: माधबी पुरी बुच की अडाणी ग्रुप से जुड़ी ऑफशोर एंटिटीज में थी हिस्सेदारी अडाणी ग्रुप पर अपनी रिपोर्ट के लिए जानी जाने वाली फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (Sebi) की चीफ माधबी पुरी बुच पर आरोप लगाए हैं। अमेरिकी शॉर्ट-सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग ने अपनी नई रिपोर्ट में दावा किया है कि सेबी चीफ के पास अडाणी ग्रुप के जरिए पैसों की हेराफेरी स्कैंडल में इस्तेमाल की गई अस्पष्ट ऑफशोर एंटिटीज में हिस्सेदारी थी। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें… हिंडनबर्ग बोला- SEBI चीफ ने सफाई में आरोप स्वीकारे: साफ है कि उनका विदेशी फंड में निवेश, अडाणी के भाई ने इससे शेयरों की कीमत बढ़ाई अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग ने कहा कि हमारी रिपोर्ट पर SEBI चेयरपर्सन माधबी बुच ने प्रतिक्रिया देते हुए कई चीजें स्वीकार की हैं, जिससे कई नए सवाल खड़े हो गए हैं। हिंडनबर्ग ने कहा- बुच के जवाब से ये पुष्टि होती है कि उनका निवेश बरमुडा/मॉरिशस के फंड में था। ये वही फंड है जिसका इस्तेमाल गौतम अडाणी के भाई विनोद अडाणी करते थे। आरोप है कि विनोद अडाणी इन फंड्स के जरिए अपने ग्रुप के शेयरों की कीमत बढ़ाते थे। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…